१ . भारत के मुख्य भूमि उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से पश्चिम में गुजरात तक फैली हुई है।
२. भारत की सीमांतगर्त क्षेत्र आगे समुंद्र की ओर 12 समुद्री मील (लगभग 21.9 किलोमीटर) तक फैला हुआ है।
३. (a) मानक मील : 63,360 इंच
(b) समुद्री मील : 72,960 इंच
(c) एक मानक मील : लगभग 1.6 कि०मी० (1.584 कि०मी०)
(d) एक समुद्री मील : लगभग 1.8 कि०मी०
(1.824 कि०मी०)
५. हमारे देश की दक्षिणी सीमा बंगाल की खाड़ी में 6°45' उत्तर अक्षांश के साथ निर्धारित होती है।
६. भारत के अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार की गणना करें तो यह लगभग 30° है , जब की उत्तर से दक्षिण तक इसकी वास्तविक दूरी 3,214 कि०मी० और पूर्व से पश्चिम तक इसकी दूरी केवल 2,933 कि०मी० है।
७. (a) विश्व के देशों में मानक याम्योतर को 7°30'देशांतर के गुणांक पर चुना जाता है। यही कारण है कि 82°30' पूर्व याम्योतर को भारत की मानक याम्योतर चुना गया है। भारत मानक समय ग्रीनविच माध्य समय से 5 घंटे 30 मिनट आगे हैं ।
(b) कुछ ऐसे देश हैं जिनमें अधिक पूर्व पश्चिम विस्तार के कारण एक से अधिक मानक देशांतर रेखाएं हैं। उदाहरणस्वरूप संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में 6 समय कटिबंध है ।
८. ध्रुवों की ओर जाते समय दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी घटती जाती है , जबकि दो अक्षांश रेखाओं के बीच दूरी हर जगह एक - सी रहती है ।
९. भारत का दक्षिणी हिस्सा उष्ण कटिबंध में और उत्तरी हिस्सा उपोष्ण कटिबंध अथवा कोष्ण शीतोष्ण कटिबंध में स्थित है । यही स्थिति देश में भू-आकृति, जलवायु, मिट्टी के प्रकारों तथा प्राकृतिक वनस्पति में पाई जाने वाली भारी भिन्नता के लिए उत्तरदायी है ।
१०. देशांतरीय विस्तार में लगभग 30 डिग्री का अंतर है जिसमें हमारे देश के सबसे पूर्वी व सबसे पश्चिमी भागों के समय मे लगभग 2 घंटों का अंतर पैदा करता है।
११. जब उत्तर - पूर्वी राज्यों में जैसलमेर की तुलना में सूर्य 2 घंटे पहले उदय होता है तो पूर्व में डिब्रूगढ़ , इंफाल तथा देश के अन्य भागों में स्थित जैसलमेर , भोपाल अथवा चेन्नई में घड़ियां एक जैसा समय दिखाती है।
१२. भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किलोमीटर है जो विश्व के स्थलीय धरातल का 2.4 प्रतिशत भाग है। इस प्रकार भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है।
आकार
१३.
(a) भारत के आकार ने इसे विशिष्ट भौतिक विविधता प्रदान की है। उत्तर में ऊंचे पर्वत , गंगा , ब्रह्मपुत्र , महानदी , कृष्णा , गोदावरी और कावेरी जैसी बड़ी नदियां हैं ; उत्तर - पूर्वी और दक्षिणी भारत में वनाच्छादित पहाड़ियां हैं , जबकि मरुस्थलीय में रेत के विस्तृत फैलाव है। उत्तर में हिमालय पर्वत, उत्तर पश्चिम में हिंदूकुश व सुलेमान श्रेणियों , उत्तर - पूर्वी में पूर्वांचल पहाड़ियों तथा दक्षिणी में विशाल हिंद महासागर से सीमांकित एक बृहत भौगोलिक इकाई है, जिसे भारतीय उपमहाद्वीप कहा जाता है। इसमें पाकिस्तान , नेपाल , भूटान , बांग्लादेश और भारत आते हैं।
(b) भूतकाल में हिमालय अपनी अन्य श्रेणियों के साथ एक मजबूत भौतिक अवरोधक की भूमिका निभाता रहा है। खैबर , बोलन , शिपकीला , नाथूला तथा बोमडिला जैसी कुछ पहाड़ी दर्रो को छोड़कर इसे पार करना मुश्किल था। हिमालय पर्वत ने भारतीय उपमहाद्वीप को एक और द्वितीय क्षेत्रीय पहचान स्थापित करने में सहायता की है।
(c) भारत के भौतिक विविधताओं को देखा जाए तो कश्मीर से कन्याकुमारी और राजस्थान से जैसलमेर से मणिपुर इंफातक यात्रा करते समय मार्ग में दिखाई देंगे।
(d) भारत की प्रायद्वीपीय भाग हिंद महासागर की ओर उभरा हुआ है। भारत की संपूर्ण तट रेखा द्वीप समूह समेत 7,517 किलोमीटर पर विस्तृत है। अतः एक देश के रूप में भारत भौतिक दृष्टि से विविधतापूर्ण भूभाग है, जिससे यहां विभिन्न प्रकार के संसाधन पाए जाते हैं।
भारत एवं उसके पड़ोसी
१४.
(a) भारत, एशिया महाद्वीप के दक्षिण मध्य - भाग में स्थित है और बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के रूप में विस्तृत इसकी दोनोंं भुजाएं हिंद महासागर के साथ सीमा बनाती है। प्रायद्वीपीय भारत की इस सामुद्रिक स्थिति की वजह से ही भारत समुंद्री व वायु मार्गो द्वारा अपने पड़ोसी क्षेत्रोंं से जुड़ा है ।
b) श्रीलंका और मालदीव हिंद महासागर में स्थित दो द्वपीय देश हैं जो भारत के पड़ोसी हैं। श्रीलंका भारत से मन्नार की खाड़ी और पाक जलसंधि द्वारा अलग हुआ है।